🪔💥 दिवाली पूजा लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त समय 2024 Deepavali Pooja Lakshmi Pujan ka Shubh Muhurat Time 💥🪔
Deepavali Pooja Lakshmi Pujan ka Shubh Muhurat |
Auspicious time for Lakshmi Pujan on Deepawali in other major cities of India
Laxmi Puja
Muhurat in other cities
31 OCTOBER, THURSDAY
18:52 to 20:35 -
Ahmedabad
18:54 to 20:33 -
Pune
18:57 to 20:36 -
Mumbai
18:51 to 20:34 -
Nadiad
18:47 to 20:21 -
Bengaluru
01 NOVEMBER, FRIDAY
17:36 to 18:16 -
New Delhi
17:42 to 18:16 -
Chennai
17:44 to 18:16 -
Jaipur
17:44 to 18:16 -
Hyderabad
17:37 to 18:16 -
Gurugram
17:35 to 18:16 -
Chandigarh
17:45 to 18:16 -
Kolkata
17:35 to 18:16 -
Noida
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे
विष्णु पत्न्यै च धीमहि
तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात् ॥
शुभम करोति कल्याणम ।
अरोग्यम धन संपदा ॥
शत्रु-बुद्धि विनाशायः ।
दीपःज्योति नमोस्तुते ॥
असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मा अमृतं गमय।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
अनुवाद:- असत्य से सत्य की ओर
अंधकार से प्रकाश की ओर
मृत्यु से अमरता की ओर हमें ले जाओ।
ॐ शांति शांति शांति।।
🪔💥 आप सभी को सपरिवार दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ। 💥🪔
🕉️🌷 आपके जीवन को दीपावली का दीपोत्सव सुख, समृद्धि, सौहार्द, शांति तथा अपार खुशियों की रोशनी से
जग-मग करें। 🚩💐
लक्ष्मी बीज मन्त्र
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
Om Hreem Shreem Lakshmibhayo Namah॥
ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।।
Om Shreeng Mahalaxmaye Namah।।
दिवाली का पर्व सनातन हिन्दू धर्म का सर्वाधिक
पवित्र तथा प्रसिद्ध त्योहार है, तथा इस पर्व को दिपावली, लक्ष्मी पूजा, अमावस्या लक्ष्मी पूजा, केदार गौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा,
बंगाल की काली पूजा, दिवाली स्नान, दिवाली देवपूजा, लक्ष्मी-गणेश पूजा तथा दिवाली पूजा के नाम से जाना जाता है। दिवाली का त्योहार
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
जीवन को अंधकार
से प्रकाश की ओर गतिमान बनाने वाला यह त्यौहार सम्पूर्ण भारतवर्ष के साथ-साथ संपूर्ण जगत में अत्यंत उत्साह एवं धूमधाम से मनाया जाता
हैं।
दीपावली के त्यौहार की तैयारी प्रत्येक व्यक्ति कई दिन पूर्व
ही आरंभ कर देते हैं, जिसका प्रारम्भ घर को स्वच्छ तथा
पवित्र करने से किया जाता हैं, क्योंकि, दिवाली के दिवस शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी की
विधि-पूर्वक पूजा की जाती हैं, तथा माँ लक्ष्मीजी वही निवास
करती हैं जहाँ स्वच्छता होती हैं।
दिवाली के दिवस
भगवान श्री गणेश जी तथा माता लक्ष्मी जी की पूजा करने के लिए उपयुक्त समय प्रदोष काल
का माना जाता है। प्रदोष काल सूर्यास्त के पश्चात प्रारम्भ होता है तथा लगभग २ घण्टे
२२ मिनट तक व्याप्त रहता है। धर्मसिंधु ग्रंथ के अनुसार श्री महालक्ष्मी पूजन हेतु
शुभ समय प्रदोष काल से प्रारम्भ हो कर अर्ध-रात्रि तक व्याप्त रहने वाली अमावस्या तिथि
को श्रेष्ठ माना गया है। अतः प्रदोष काल का मुहूर्त लक्ष्मी पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ
है। अतः प्रदोष के समय व्याप्त पूर्ण अमावस्या तिथि दिवाली की पूजा के लिए विशेष महत्वपूर्ण
होती है।
अतः हम आपको बताएंगे,
🪔 दिवाली की पूजा का अत्यंत शुभ मुहूर्त 2024 🪔
इस वर्ष, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर, गुरुवार की दोपहर 03 बजकर 52 मिनिट से प्रारम्भ हो कर, 01 नवम्बर, शुक्रवार की साँय 06 बजकर 16 मिनिट तक व्याप्त रहेगी।
इस वर्ष दिवाली के दिनांक को लेकर सभी
भक्तजनों के बीच अत्यंत उलझन की स्थिति है। क्योंकि, इस वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या दो दिन है। ऐसे में असमंजस
है कि दिवाली का त्योहार 31 अक्तूबर के दिन है या 01 नवंबर के दिन। देखिये, उदयातिथि के अनुसार अधिकांश स्थान पर 01 नवंबर, शुक्रवार के दिन दिवाली मनाई जाएगी। 01 नवम्बर, शुक्रवार के दिन सम्पूर्ण उत्तर भारत में
साँय 17:46 से 20:11 तक प्रदोष काल व्याप्त रहेगा।
साथ
ही, शास्त्र में लिखा है की - न नन्दा होलिका दाहो न नंदा दीपमालिका।
जिसका अर्थ होता
है की, नंदा अर्थात प्रतिपदा तिथि में न होलिका दहन
होता है और न दीपोत्सव मनाया जाता है। दीपावली लक्ष्मी पूजन का पर्व कार्तिक कृष्ण
अमावस्या को सूर्यास्त पश्चात प्रदोष काल में ही श्री गणेश, देवी लक्ष्मी माँ, सरस्वती माता, माँ महाकाली तथा श्री कुबेर देव आदि भगवान के पूजन करने का विशेष
महत्व है। 31 अक्तूबर के दिन प्रदोष काल एवं पूर्ण रात्रि में, अमावस्या तिथि मिल रही है, जो देवी लक्ष्मी माँ का पूजन के लिए शास्त्र सम्मत व श्रेष्ठ
है।
अतः इस वर्ष 2024 में, दिवाली पूजा का त्योहार 31 अक्तूबर, गुरुवार तथा 01 नवम्बर, शुक्रवार दोनों दिनों ही
मनाया जाएगा। भारत के दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों में 31
अक्तूबर, गुरुवार के दिन दीवाली रहेगी। तथा जोधपुर , उदयपुर, अहमदाबाद, वडोदरा, नासिक, कोल्हापुर, बैंगलोर तथा कोयंबटूर से उत्तर-पूर्व के
ओर के बाकी भारत के समस्त राज्यों में 01 नवम्बर, शुक्रवार के दिन दीपावली मनाई जाएगी।
दोनों दिनों के पुजा के शुभ मुहूर्त इस प्रकार है।
31 अक्तूबर, गुरुवार की साँय 06 बजकर 55 से रात्रि 08 बजकर 41 मिनिट तक का रहेगा।
प्रदोष काल -
18:05 से 20:36
वृषभ काल - 18:57 से 20:56
और
01 नवम्बर, शुक्रवार की साँय 05 बजकर 46 से रात्रि 06 बजकर 16 मिनिट तक का रहेगा।
प्रदोष काल - 17:46 से 20:11
वृषभ काल - 18:27 से 20:19
भारत के अन्य प्रमुख शहरों में दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
अन्य शहरों में लक्ष्मी
पूजा मुहूर्त
31
अक्तूबर, गुरुवार
18:52 से 20:35
- अहमदाबाद
18:54 से 20:33
- पुणे
18:57 से 20:36
- मुम्बई
18:51 से 20:34
- नडियाद
18:47 से 20:21
- बेंगलूरु
01
नवम्बर, शुक्रवार
17:36 से 18:16 बजे
- नई दिल्ली
17:42 से 18:16 बजे
- चेन्नई
17:44 से 18:16 बजे
- जयपुर
17:44 से 18:16 बजे
- हैदराबाद
17:37 से 18:16 बजे
- गुरुग्राम
17:35 से 18:16 बजे
- चण्डीगढ़
17:45 से 18:16 बजे
- कोलकाता
17:35 से 18:16 बजे - नोएडा
हमारे द्वारा बताए गए इस प्रदोष काल तथा
स्थिर लग्न के सम्मिलित शुभ मुहूर्त में पूजा करने से धन तथा स्वास्थ्य का लाभ
होता है तथा व्यक्ति के व्यापार तथा आय में अति वृद्धि होती है। ऐसा माना जाता है कि
यदि स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाये तो माँ लक्ष्मीजी घर में सदा के लिए
वास करते है। अतः लक्ष्मी पूजा के लिए यह समय सबसे उपयुक्त होता है।
Auspicious time for Lakshmi Pujan on Deepawali in other major cities of India
Laxmi Puja Muhurat in other cities
31 OCTOBER, THURSDAY
18:52 to 20:35 - Ahmedabad
18:54 to 20:33 - Pune
18:57 to 20:36 - Mumbai
18:51 to 20:34 - Nadiad
18:47 to 20:21 - Bengaluru
01 NOVEMBER, FRIDAY
17:36 to 18:16 - New Delhi
17:42 to 18:16 - Chennai
17:44 to 18:16 - Jaipur
17:44 to 18:16 - Hyderabad
17:37 to 18:16 - Gurugram
17:35 to 18:16 - Chandigarh
17:45 to 18:16 - Kolkata
17:35 to 18:16 - Noida